One Rank One Pension Scheme 2025: वन रैंक वन पेंशन योजना (OROP) एक सरकारी योजना है जो सेना के सेवानिवृत्त कर्मियों को उनकी रैंक और सेवा वर्षों के आधार पर पेंशन प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि एक ही रैंक पर सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मियों को एक समान पेंशन मिले, चाहे उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख कुछ भी हो।
इसका मतलब है कि समान रैंक पर और समान सेवा अवधि वाले सभी लोगों को एक जैसी पेंशन दी जाएगी, चाहे उन्होंने अलग-अलग वर्षों में ही क्यों न सेवा पूरी की हो। इस योजना से सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को वित्तीय स्थिरता मिलती है और वे देश के प्रति अपनी सेवा का लाभ एक समान रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
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One Rank One Pension Scheme 2025 क्या हैं?
वन रैंक वन पेंशन (OROP) योजना उन सैनिकों को समान पेंशन प्रदान करती है, जो एक ही रैंक और सेवा वर्षों के साथ सेवानिवृत्त होते हैं, चाहे उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख कोई भी हो।
इस योजना के तहत, पहले सेवानिवृत्त होने वाले सैनिकों को भी वही पेंशन मिलती है जो बाद में उसी रैंक में सेवानिवृत्त होने वाले सैनिकों को मिलती है। इससे पेंशन वितरण में समानता आती है। OROP ने सैन्य कर्मियों में पेंशन के असमान लाभ की पुरानी समस्या को हल किया है, जिससे सेना में पेंशन भुगतान में निष्पक्षता बढ़ती है।
One Rank One Pension Scheme 2025 के लिए कौन पात्र है?
- कमीशंड अधिकारी – वे अधिकारी जिन्हें सेना में कमीशन प्राप्त होता है।
- मानद कमीशंड अधिकारी – जिन अधिकारियों को सम्मान के रूप में कमीशन दिया गया हो।
- जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) और अन्य रैंक (OR) – सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी और अन्य रैंक के सभी कर्मी।
- नॉन-कॉम्बैटेंट्स (रजिस्टर्ड) – सेना, वायु सेना, नौसेना, टेरिटोरियल आर्मी, डिफेंस सिक्योरिटी कोर्प्स, और पूर्व राज्य बलों के वे सदस्य जो सीधे लड़ाई में शामिल नहीं होते।
One Rank One Pension Scheme 2025 के लिए कौन पात्र नहीं है?
- UK, HKSRA और KCIO पेंशनर – ब्रिटेन, हॉन्ग कॉन्ग और कियो के पूर्व सैनिक।
- पाकिस्तान और बर्मा के सेना के पेंशनर – जो भारत की सेना के नहीं हैं।
- रिजर्विस्ट पेंशनर – जो केवल आरक्षित सेवा में रहे हैं।
- एक्स-ग्रेसिया भुगतान प्राप्त करने वाले पेंशनर – जो पेंशन की बजाय एक विशेष भुगतान प्राप्त करते हैं।
- प्री-मैच्योर रिटायरमेंट या स्वेच्छा से रिटायर होने वाले पेंशनर – जो समय से पहले या अपनी मर्जी से रिटायर हुए हैं।
One Rank One Pension Scheme 2025 के लाभ क्या हैं?
OROP के मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
एरियर का भुगतान – OROP के तहत, सेना के कर्मियों को एरियर का भुगतान चार समान किस्तों में किया जाएगा, जो हर छह महीने में दिया जाएगा। हालांकि, परिवार पेंशन पाने वाले सभी लोग (जिनमें विशेष, उदार पारिवारिक पेंशन और वीरता पुरस्कार विजेता शामिल हैं) को एक बार में पूरी किस्त में एरियर का भुगतान किया जाएगा।
हर पांच साल में पेंशन पुनर्निधारण – OROP के तहत सभी रैंक के सेना और परिवार पेंशनधारकों की पेंशन को हर पांच साल में दोबारा से तय किया जाएगा, जिससे पेंशन राशि वर्तमान के अनुसार समायोजित होती है।
समानता और न्याय – OROP पेंशन प्रणाली में समानता लाता है, जिससे सभी सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को एक ही रैंक और सेवा अवधि के अनुसार समान पेंशन मिलती है।
पेंशन में समानता – यह सुनिश्चित करता है कि एक ही रैंक और सेवा वर्षों वाले सेवानिवृत्त सेना कर्मियों को समान पेंशन मिले, भले ही उनकी सेवानिवृत्ति अलग-अलग समय पर हुई हो।
पेंशन में असमानता समाप्त करना – यह उन असमानताओं को दूर करता है, जो विभिन्न सेवानिवृत्ति तिथियों के कारण पेंशन में उत्पन्न होती थीं।
सम्मान और वित्तीय सुरक्षा – OROP, सेना के सेवानिवृत्त कर्मियों के योगदान और बलिदान का सम्मान करते हुए उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
वित्तीय सुरक्षा – OROP से सेवानिवृत्त सैनिकों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है, जो उन्हें अपने सेवानिवृत्ति के बाद के खर्चे और जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।
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